अब नहीं रुकेंगी यह जब तक है जान। अब नहीं रुकेंगी यह जब तक है जान।
साथ विरह, झगड़ा सुलह, सब बदलता रहेगा सब साथ छोड़ेंगे, बस साथ रहेगी तो आस। एक आस ही तो साथ विरह, झगड़ा सुलह, सब बदलता रहेगा सब साथ छोड़ेंगे, बस साथ रहेगी तो आस। ...
मेरी दुनिया में, मेरे सबसे करीब थे, मेरे मां-बाप। वो दोनों दिन-रात करते थे संघर मेरी दुनिया में, मेरे सबसे करीब थे, मेरे मां-बाप। वो दोनों दिन-रात...
जब तक चले ये श्वास, तब तक राह मैं चलती रहूँ, जिस मोड़ पर हों बैंड आंखें, बस उसे मंज़ि जब तक चले ये श्वास, तब तक राह मैं चलती रहूँ, जिस मोड़ पर हों बैंड आंखें, ...
तुम कुदरत की ऐसी उत्पति, जो किसी से कुछ नहीं मांगती तुम कुदरत की ऐसी उत्पति, जो किसी से कुछ नहीं मांगती
लफ्ज़ मिलते ही नहीं, जब भी तू करीब होता है। लफ्ज़ मिलते ही नहीं, जब भी तू करीब होता है।